Railway Govt Vacancy 2023 : भारतीय रेलवे में निकली सरकारी नौकरी भर्ती
Railway Govt Vacancy 2023 : भारतीय रेलवे में निकली सरकारी नौकरी भर्ती
रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (क्रिस) मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संगठन है रेलवे का। यह भारतीयों के महत्वपूर्ण सूचना प्रौद्योगिकी अनुप्रयोगों का विकास और प्रबंधन करता है प्रसिद्ध यात्री आरक्षण प्रणाली, माल संचालन सूचना सहित रेलवे प्रणाली, और अनारक्षित टिकट प्रणाली, दूसरों के बीच में। क्रिस के पास अत्याधुनिक है इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्यालय नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई और सिकंदराबाद में हैं। रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (CRIS) कार्यकारी की भर्ती करना चाहता है (कार्मिक/प्रशासन/एचआरडी)(09), कार्यकारी (वित्त एवं लेखा)(08), कार्यकारी (प्रोक्योरमेंट) (02) और जूनियर इंजीनियर (इलेक्ट्रिकल) (04) / जूनियर इंजीनियर (सिविल) (01) इसके चालू होने के लिए और आने वाली परियोजनाओं। चयन नई दिल्ली में आयोजित होने वाले ऑनलाइन टेस्ट के आधार पर होगा। कोलकाता, मुंबई, चेन्नई और सिकंदराबाद।
Railway Recruitment 2022 : रेल मंत्रालय के अंतर्गत सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम में जूनियर इंजीनियर और एग्जीक्यूटिव के 24 पदों पर भर्ती निकाली गई है। इच्छुक और पात्र उम्मीदवार इन पदों के लिए ।
Railway Govt Vacancy 2023 : भारतीय रेलवे में निकली सरकारी नौकरी भर्ती
Railway Recruitment 2022 : रेल मंत्रालय के अंतर्गत सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम में जूनियर इंजीनियर और एग्जीक्यूटिव के 24 पदों पर भर्ती निकाली गई है। इच्छुक और पात्र उम्मीदवार इन पदों के लिए 20 दिसंबर 2022 तक या उससे पहले ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
वैकेंसी डिटेल्स
जूनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर -04
जूनियर सिविल इंजीनियर -01
एग्जीक्यूटिव, पर्सोनल/एडमिनिस्ट्रेशन/एचआरडी-09
एग्जीक्यूटिव, फाइनेंस और अकाउंट्स -08
एग्जीक्यूटिव, प्रोक्योरमेंट-02
योग्यता
जूनियर इंजीनियर पदों क लिए – संबंधित इंजीनियरिंग विषय में 3 साल का डिप्लोमा कम से कम 60 फीसदी अंकों के साथ या एआईसीटीई/यूजीसी/ एआईयू से मान्यता प्राप्त डिग्री।
एग्जीक्यूटिव पर्सोनल – किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन एवं पर्सोनल/एचआरडी/एचआरएमएस में एमबीए या डिप्लोमा। क्वालिफाइंग डिग्री डिप्लोमा में क से कम 60 फीसदी मार्क्स होना जरूरी।
एग्जीक्यूटव फाइनेंस, – कॉमर्स में पीजी या फाइंनेंस में पीजी डिप्लोमा / एमबीए
एग्जीक्यूटिव प्रोक्योरमेंट – इंजीनियरिंग में तीन साल का डिप्लोमा या लॉजिस्टिक्स एवं सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एमबीए। क्वालिफाइंग डिग्री डिप्लोमा में क से कम 60 फीसदी मार्क्स होना जरूरी।
उपरोक्त सभी पदों के लिए आयु सीमा – 22 से 28 वर्ष। अधिकतम आयु सीमा में पांच वर्ष और ओबीसी को तीन वर्ष की छूट मिलेगी। आयु की गणना 31 दिसंबर 2022 से होगी।
Railway Govt Vacancy 2023 : भारतीय रेलवे में निकली सरकारी नौकरी भर्ती
वेतनमान – लेवल-6 एवं डीए व अन्य भत्ते।
आवेदन फीस
सामान्य व ईडब्ल्यूएस – 1200 रुपये
दिव्यांग, महिला, एससी, एसटी – 600 रुपये
BPSC PT में 4 मार्क्स से रह गए अभ्यर्थी को इस IAS ने बताया, वो हुए थे 10 प्रीलिम्स में फेल, ग्रेजुएशन के 8 साल मिली नौकरी
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यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा देने वाले अभ्यार्थी अवनीश की सक्सेस स्टोरी से प्रेरित होते हैं। आईएएस अधिकारी ने कुछ माह पहले अपनी सक्सेस स्टोरी के बारे में बताया था। अवनीश शरण ने ल
अवनीश अकसर अपने ट्वीट से भर्ती परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को प्रेरित करते रहते हैं। उनकी बातों से युवाओं को प्रेरणा मिलती है। प्रतियोगी परीक्षाओं में हताश हुए युवाओं के लिए अवनीश शरण हमेशा अपना उदाहरण देते हुए समझाते हैं। इस बार भी अवनीश शरण का ऐसा ही ट्वीट वायरल हो रहा है। हाल ही में बीपीएससी पीटी का रिजल्ट जारी हुआ है, इस परीक्षा में कुछ उम्मीदवार पास हुए तो कुछ रह गए। इनमें से 4 अंकों से बीपीएससी परीक्षा पास न करने वाले अभ्यार्थी ने ट्वीट कर अपना दुख जताया है।
ट्वीट पर एक अभ्यथी ने लिखा है, ‘बीपीएससी की परीक्षा 4 अंकों से पास नहीं कर पाया अब समझ नहीं आ रहा कि क्या करूं 2017 बैच में पास हुआ तब से अब तक बेरोजगार हूं’। इस हताश हुए युवा को आईएएस अवनीश शरण ने अपना उदाहरण देते हुए ट्वीट कर लिखा है, ‘चिंता मत करो, मैं 10 प्रीलिम्स परीक्षा में फेल हुआ था, मैंने 2002 में ग्रेजुएशन की थी, लेकिन जॉब 2009 में लगी’। इसके साथ ही उन्होंने ऑल द बेस्ट भी लिखा है।
आपको बता दें कि यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा देने वाले अभ्यार्थी अवनीश की सक्सेस स्टोरी से प्रेरित होते हैं। आईएएस अधिकारी ने कुछ माह पहले अपनी सक्सेस स्टोरी के बारे में बताया था। अवनीश शरण ने लिखा, ’12 वीं में आपके कितने प्रतिशत अंक आए थे ?’ इसके बाद उन्होंने अपनी संघर्ष की यात्रा के बारे में लिखा – मेरी यात्रा: 10वीं में 44.7 प्रतिशत, 12वीं में 65 प्रतिशत, ग्रेजुएशन में 60 प्रतिशत। सीडीएस और सीपीएफ भर्ती परीक्षा दोनों में फेल हुआ। राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 10 से अधिक बार प्रारंभिक परीक्षा में फेल हुआ। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम प्रयास में साक्षात्कार तक पहुंचा। दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया 77वीं रैंक आई।
इससे पहले उन्होंने 10वीं की मार्कशीट शेयर की थी जो स्टूडेंट्स को मार्क्स और सफलता के बीच अंतर बता रही थी। बिहार बोर्ड मैट्रिक की 26 साल पहले की इस मार्कशीट में देखा जा सकता है कि अवनीश को 700 में से केवल 314 मार्क्स (44.5 फीसदी) मिले थे। मैथ्स में तो वह फेल होते होते बचे थे। 10वीं में थर्ड डिविजन से पास होने के बावजूद अवनीश यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस ऑफिसर बने।